आगमन नव वर्ष का
आपको मुबारक हो, साल नया, गुजर गया,वो साल गया। अब करें शुरूआत नयी, काम करें वो,जो है सही।। दुआ मेरी आप ,खुश रहें सदा, बीती बातों को,हवा में उड़ा। निकालें खौफ, मन में भरा, मीठे बोलों को मुख पर सजा, न दें खुद से,खुद को सज़ा।। प्रश्नों को उठने दे मन में न दबा। अनुभवों को प्रयासों में बदल, पथरीली राहों पर चलता चल । करनी होगी तुझको पहल, प्रत्येक पल को करके सफल। अपने सवालों का करके हल।। व्यक्तित्व की बनाकर पहचान, कर दे मुझ पर यह एहसान, स्वयं की खुशियों को करके बया, आप को मुबारक हो साल नया। । मन के दुखों का, करके दमन , खिला, हृदय में मुस्कुराहट का चमन।। मुश्किलों,को करके फना ,खुद को चाह ले , कर बस यह गुनाह ।। नकारात्मक विचारों को, कारागार में करके बंद, खुश रह ना दे खुद को दंड।। बंद मुट्ठी को खोल, तितली को कर दे,रिहा, आपको मुबारक हो साल नया।।