जीवन को पूर्णतः , जीने के लिए, अपने व्यक्तित्व पर , कार्य करना पड़ेगा। एक सुलझा हुआ व्यक्तित्व , अपने आप में ही आकर्षण का, केंद्र होता है । इसलिए खुद , उलझे- उलझे मत रहिए। -✍️पूनम✍️✍️
नया साल आ गया है , अब तो आंसू पोंछ लीजिए। मुस्कुराहट को चेहरे पर ले आइए, अब तो दिल खोल दीजिए । कब तक यूं उदास बैठे रहेंगे ? जो कुछ दिल में है, वो बोल दीजिए। - ✍️पूनम ✍️✍️