दिल की बाते
दुआ है कभी तो करीब आओ , आंखों ही आंखों में बातें बनाओ । गीली सड़कों पर हाथ थाम कर इतराओ, ऐसे तो दिल को कभी तुम धड़काओ। दुआ है कभी तो थामो मेरा हाथ, बयां करने दो मेरे ज़ज्बात । आंसू से दामन को ना तुम भिगाओ, सभी को छोड़ कभी यहां भी सावन बरसाओ । दुआ है कभी तो फूलों सा मुस्कुराओ , आंचल से ना तुम चेहरे को छुपाओ । चेहरे को कभी तो पढ़ने दो मुझे, दिल की अनजान राहों पर गीत गुनगुनाओ। दुआ है कभी तो बैठो मेरे पास , । दिल की कहानियों को मुझे भी सुनाओ । दिल का बोझ उठाने दो मुझे, कभी इन रातों में आ कर दिये तो जलाओ । एहसासों की ओस को चमकने दो आज , वीराने मंजर में मीठी हवाएं चलाओ । नहीं हमसे छुपाना कोई राज, खामोशी,से बढ़कर मुझे है तुम पर नाज़। छेड़ दो तुम ,दिल के तार कोई आज।। - पूनम❣️❣️❣️