स्त्री
तुझ में छिपी हैं, कई संभावनाएं, तू ही है जो हर पल को, खुशनुमा बनाए, पंछियों की तरह ,बेबाक चहचहाए, आंसुओं में दम है तेरे, जो तू बहाए, संघर्षों को विवश कर, हर कदम बढ़ाए , बचपन को तेरा, कोमल मन सहलाए, हर पल को मजबूती से, जीना तू सिखाए, कदम से कदम मिलाकर ,बढ़ती तू जाए, नदी की तरह अविरल, बहती ही जाए, तभी तो तू, स्त्री कहलाए।। ✍️ पूनम ✍️✍️ आप सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।। Happy women's day to all.❤️ ❤️❤️❤️❤️