जितनी तुमसे दूर हूँ, उतनी ख़ुद के पास हूँ। किसी को बताने की ज़रूरत क्या? कि मैं अपने लिए कितनी ख़ास हूँ। बेवजह की बातें मुझे हिला नहीं सकतीं। मैं सिर्फ़ सुकून की मोहताज हूँ। - ✍️पूनम✍️✍️
तुम बहुत खास हो। मुझे तुमसे उम्मीद है, कि तुम बेहतर से बेहतरीन बनने में कोई, कसर नहीं छोड़ोगे। ठोकरे बहुत कुछ सिखाती हैं। जीने का तजुर्बा दे जाती हैं। तुम तुम्हारे जीवन की, वह किताब हो जिसके पन्ने, कोरे हैं। बस तुम ही उस पर, रचना लिख सकते हो। कोई और नहीं। - ✍️पूनम ✍️✍️
जिस तरह गमले में लगे पौधे को प्रकाश ,जल ,वायु तथा मिट्टी की आवश्यकता होती है उसी तरह स्त्री को सम्मान ,सहयोग, प्रेम ,तथा आत्मनिर्भरता की आवश्यकता होती है। तो आप क्या स्त्री की जड़ो को मज़बूत करने का कार्य कर रहे है?? -✍️ पूनम✍️✍️
करवटें बदलकर रातें गुजारते गुजारते, थक गए हो तो स्वीकारो कि तुम गलत हो। मुखोटे बदलते बदलते भूल गए हो तो स्वीकारो सत्य ही स्वाभिमान है असली चेहरे की अलग पहचान है। रोशनी की अंजलि भरकर अपने अंदर उड़े लो क्योंकि बहरूपिए हो तुम स्वीकारो की खुद में एक उद्देश्य, सत्य, पवित्रता, प्रेम, उत्साह और स्थिरता का दीया, प्रज्वलित करने से ही बात बनेगी अन्यथा अंधकार में जिंदगी हर किसी को पीड़ा ही देती है। -✍️पूनम✍️✍️
लिबास पर क्यों करता है अभिमान??? थोड़े अपने लहजे को भी, शालीन बना!! गजब की बनावटी और, तनहा है जिंदगी। हो सके तो सादगी को, अपना सौंदर्य बना।। -✍️पूनम✍️✍️
हां मैं सांवली हूं। मुझे मेरे सौंदर्य से नहीं, मेरे गुणों से जानो। हां मैं सांवली हूं! मुझे मेरी योग्यता से, पहचानो। हां मैं सांवली हूं। मुझे अनभिज्ञ ना जानो। हां मैं सांवली हूं। मुझे मुश्किलों में, ना डालो। - ✍️पूनम्✍️ ✍️
हर हालत से लड़ता है हिंदुस्तान। क्योंकि विश्वात्मा है हिंदुस्तान। आज भी समझौते करता है हिंदुस्तान। क्योंकि अनुभवों से सीखता है हिंदुस्तान। अपनी हर बात पर हमेशा टिका है हिंदुस्तान। इसलिए हर क्षण पनप रहा है हिंदुस्तान। जांबाजों की भूमि है हिंदुस्तान। आवाम की आवाज है हिंदुस्तान। उड़ना जानता है हिंदुस्तान। पंखों को हल्का रख घोसले बनाता हैं हिंदुस्तान। जलधारा सा पवित्र है हिंदुस्तान। तभी तो सबका मित्र है हिंदुस्तान। -✍️पूनम ✍️✍️ Happy independence day to all.
मां तुमने मुझे संवारा है। मेरे व्यक्तित्व को निखारा है। जिंदगी की किताब से बुरे पन्नों को फाड़ा है। मां तू अस्तित्व हमारा है। सुख दुख तुमसे बांटती हूं, प्यारी सूरत निहारती हूं। जिंदगी के सवालों में , उत्तर तू हमारा है। तू निश्चल, पवित्र ,अमृत धारा है। तू वह वह खिताब है, जिसे ईश्वर ने हम पर वारा है। तेरा साथ मुझे बेहद प्यारा है। पथभ्रष्ट नहीं होने दिया। विचारों को सुदृढ़ किया। सपनों को पूरा करने का, संकल्प मेरे भीतर उजागर किया। मां तू ईश्वर का दिया, आशीर्वाद बहुत प्यारा है। तूने मुझे संवारा है। तेरी गोद में स्वर्ग हमारा है। -✍️पूनम✍️✍️
जिसे ढूंढा जमाने में, वह मुझ में है। जिसे चाहा जी भर के, वह मुझ में है। जिसे पाया खुदा से, वह मुझ में है। जिसे मांगा सबसे, वह मुझ में है। जिस ओर दिल की राहें खुलें, वह मुझ में है। जिस अनंत को, ब्रह्मांड में खोजा, वह मुझ में है। जो सफर तय कर रहा हूं, वह मंजिल मुझ में है। क्यों बाहर, खोजता रहा, खुशियों को, यह उम्र भर की, उदासी मुझ में है। - ✍️पूनम✍️✍️