MEMORIES
हर दिन तुम्हारा , शाम तुम्हारी | यादें तुम्हारी, बातें तुम्हारी | दिलासा दिलाना, यूँ पास आना | अब भी गूँजती हैं, आवाजें तुम्हारी | यूँ मिलना तुम्हारा, सरेआम मुझसे | दिल बयान करता है , दास्तानें तुम्हारी रास्तों से मेरे यूँही गुजरना तुम्हारा | अफसाने तुम्हारे , निशानी हमारी | कौन जाने दिलों की बातें हमारी | तुम हो हमारे, और मैं हूँ तुम्हारी | खामोशियाँ हैं दरमयान हमारे | फासलें तुम्हारे, परेशानियाँ हमारी| खिलना गुलों का, रास्तों पर तुम्हारे | कैसे कहूँ ,मेहरबानियाँ तुम्हारी | क्यूँ मिले हैं तुमसे, ये खुदा ही जाने| है अनहोनी कोई, ये जुदाई हमारी|