Posts

Showing posts with the label POEMS

करवटें

Image
करवटें बदलकर रातें गुजारते गुजारते, थक गए हो तो स्वीकारो कि तुम गलत हो। मुखोटे बदलते बदलते भूल गए हो तो स्वीकारो सत्य ही स्वाभिमान है असली चेहरे की अलग पहचान है। रोशनी की अंजलि भरकर अपने अंदर उड़े लो क्योंकि बहरूपिए हो तुम स्वीकारो की खुद में एक उद्देश्य, सत्य, पवित्रता, प्रेम, उत्साह और स्थिरता का दीया, प्रज्वलित करने से ही बात बनेगी अन्यथा अंधकार में जिंदगी हर किसी को पीड़ा ही देती है।                     -✍️पूनम✍️✍️

अनंत मुस्कान

Image
बरसात की एक बूंद, को , तरसता है यह दिल। शाखाओं के सूखने से, मचलता है यह दिल। काश दिल की जमीन पर, मेहनत का अंकुर फूटे। आशाओं की भर में, पुष्पवली झूमें। तितलियां मंडरा ने लगी, मेरे दिल के जहां में। सफलता की बारिश में, भीगूं नाचूं  अनंत मुस्कान में।।           -✍️पूनम✍️✍️

लिबास

Image
लिबास पर क्यों करता  है अभिमान??? थोड़े अपने लहजे को भी, शालीन बना!! गजब की बनावटी और, तनहा है जिंदगी। हो सके तो सादगी को, अपना सौंदर्य बना।।    -✍️पूनम✍️✍️

वक्त के धागे

Image
वक्त के धागे में, पिरोए थे कुछ सपने। कुछ को मैंने सच बनाया, उसे पर लगी हंसने। चलो इसी बहाने हंस लिया, बेहतर से बेहतरीन बनने का, रास्ता मैंने खोज लिया। आज मैं खुश हूं, क्योंकि वक्त ने मेरा हिसाब, कर दिया। परिश्रम मैंने किया, और घाव उसने भर दिया।।         -✍️पूनम✍️✍️

रावण

Image
इस कलयुग में हर इंसान के अंदर राम और रावण दोनों ही उपस्थित है,जरूरत है तो, अपने अंदर के रावण को मारने  की और राम को जिंदा रखने की।           -✍️पूनम✍️✍️             

नवरात्रि

Image
हमारा समाज स्त्रियों की योग्यता को स्वीकार नहीं  करता है। यदि वह ऐसा करें  तो  दुनिया ही बदल जाए।    - ✍️पूनम ✍️✍️

हां मैं सांवली हूं

Image
हां मैं सांवली हूं। मुझे मेरे सौंदर्य से नहीं, मेरे गुणों से जानो। हां मैं सांवली हूं! मुझे मेरी योग्यता से, पहचानो। हां मैं सांवली हूं। मुझे अनभिज्ञ ना जानो। हां मैं सांवली हूं। मुझे मुश्किलों में, ना डालो।       - ✍️पूनम्✍️ ✍️

कीमत

Image
गुम हो ना जाना, जिंदगी के बाजार में। यहां हर खिलौने की, अपनी कीमत है।         -✍️पूनम ✍️ ✍️

मौन

Image
मौन एक अनकहा सौंदर्य, खुद को जानने का नि:शब्द , उपाय ,आइए इसमें खो जाएं।       -✍️पूनम✍️✍️

रिश्ता

Image
 तुम्हें नहीं पता कि; तुम कितने खास हो पर मुझे बखूबी विश्वास है, कि तुम मेरे पास हो। हरदम रूह में बसते हो, कि तुम मेरी सांस हो।         -✍️ पूनम✍️✍️

साधना

Image
साधना; सक्रिय; निरंतर; और अवरोध मुक्त होनी चाहिए। तो आज ही से जुट जाए!!            -✍️पूनम ✍️✍️

Mera Hindustan

Image
हर हालत से लड़ता है हिंदुस्तान। क्योंकि विश्वात्मा है हिंदुस्तान। आज भी समझौते करता है हिंदुस्तान। क्योंकि अनुभवों से सीखता है हिंदुस्तान। अपनी हर बात पर हमेशा टिका है हिंदुस्तान। इसलिए हर क्षण पनप रहा है हिंदुस्तान। जांबाजों की भूमि है हिंदुस्तान। आवाम की आवाज है हिंदुस्तान। उड़ना जानता है हिंदुस्तान। पंखों को हल्का रख घोसले बनाता हैं हिंदुस्तान। जलधारा सा पवित्र है हिंदुस्तान। तभी तो सबका मित्र है हिंदुस्तान।              -✍️पूनम ✍️✍️ Happy independence day to all.

दिल

Image
मुझको यूं सताया ना करो , यारों कि ये दिल धड़क, रहा है किसी और की शर्तों पर।                 -✍️ पूनम ✍️✍️

खुशनसीब

Image
हमसे जुड़े रहना आपकी, खुशनसीबी है, क्योंकि, हम वह खुराक हैं जो, दिल का इलाज करती है।।             -✍️पूनम✍️✍️

छिपी मुस्कान

Image
यकीनन तुम हमें पसंद हो, क्योंकि, तुम हमें छिप, कर देखते हो। गुजारिश है, कि एक रोज मिलने आओ।     -✍️पूनम✍️✍️

एक पंक्ति

Image
तुम जैसे भी हो, बेहद बिंदास हो। बस चाहिए तुम्हें  कोई समझने वाला।         -✍️पूनम ✍️✍️

मां

Image
मां तुमने मुझे संवारा है। मेरे व्यक्तित्व को निखारा है। जिंदगी की किताब से बुरे पन्नों को फाड़ा है। मां तू अस्तित्व हमारा है। सुख दुख तुमसे बांटती हूं, प्यारी सूरत निहारती हूं। जिंदगी के सवालों में , उत्तर तू हमारा है। तू निश्चल, पवित्र ,अमृत धारा है। तू वह वह खिताब है, जिसे ईश्वर ने हम पर वारा है। तेरा साथ मुझे बेहद प्यारा है। पथभ्रष्ट नहीं होने दिया। विचारों को सुदृढ़ किया। सपनों को पूरा करने का, संकल्प मेरे भीतर उजागर किया। मां तू ईश्वर का दिया, आशीर्वाद बहुत प्यारा है। तूने मुझे संवारा है। तेरी गोद में स्वर्ग हमारा है।          -✍️पूनम✍️✍️

धर्म

Image
खुश रहिए। आज के युग में, खुश रहना ही, उपयुक्त धर्म है।। -✍️पूनम✍️✍️

बड़प्पन

Image
बड़ा होना इस बात से, सिद्ध होता है कि आप, कितने सहज और सरल हैं?                     -✍️पूनम✍️✍️

मुझ में है।

Image
जिसे ढूंढा जमाने में, वह मुझ में है। जिसे चाहा जी भर के, वह मुझ में है। जिसे पाया खुदा से, वह मुझ में है। जिसे मांगा सबसे, वह मुझ में है। जिस ओर दिल की राहें खुलें, वह मुझ में है। जिस अनंत को, ब्रह्मांड में खोजा, वह मुझ में है। जो सफर तय कर रहा हूं, वह मंजिल मुझ में है। क्यों बाहर, खोजता रहा, खुशियों को, यह उम्र भर की, उदासी मुझ में है।                   -  ✍️पूनम✍️✍️