प्रकृति


सुकून की तलाश में 
चल चुके है हम 
प्रकृति तेरी चाहत में 
खो चुके है हम 
बस अब हमे ख़ुद 
में मदहोश होने दे,
ज़िन्दगी के शोर से ,
दूरी बना चुके है हम 
प्रकृति तेरे आश्रय में है हम 
तेरी बाहों में ,पनाहो में है हम 
   -  ✍️पूनम ✍️✍️


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