HAPPY DIWALI
शुभ दीपावली दीपावली दीपों वाली काली रात चाँदनी वाली आओ मिलकर दीप जलायें अंधकार को दूर भगाऐं। उजाला करो हृदय में इतना, दूर अंधेरा फैला जितना । सत्यता का दीप जलायें , दीपावली को खास बनायें। दीपों की माला बुनकर , भारत माँ को पहनाएँ । सुन्दर बना कर धरती माँ को, पुत्र होने की जिम्मे दारी निभाएँ। ये है उपहारों का पर्व, कुछ लेने का कुछ देने का। भावनाओं में बहने का , धरती को स्वचछ बनाकर, आशाओं के दीप जलायें, अंधकार को दूर भगाएँ। तिमिर में जलता दीपक देख, पतंगे गिर गिर जल पड.ते हैं। हृदय में अशिक्षा का अधियारा देख , ज्ञान सुमन बाँटते चलते हैं । अपनी चाह को राह दिखाय