HAPPY DIWALI
शुभ दीपावली
दीपावली दीपों वाली
काली रात चाँदनी वाली
आओ मिलकर दीप जलायें
अंधकार को दूर भगाऐं।
उजाला करो हृदय में इतना,
दूर अंधेरा फैला जितना ।
सत्यता का दीप जलायें ,
दीपावली को खास बनायें।
दीपों की माला बुनकर ,
भारत माँ को पहनाएँ ।
सुन्दर बना कर धरती माँ को,
पुत्र होने की जिम्मे दारी निभाएँ।
ये है उपहारों का पर्व,
कुछ लेने का कुछ देने का।
भावनाओं में बहने का ,
धरती को स्वचछ बनाकर,
आशाओं के दीप जलायें,
अंधकार को दूर भगाएँ।
तिमिर में जलता दीपक देख,
पतंगे गिर गिर जल पड.ते हैं।
हृदय में अशिक्षा का अधियारा देख ,
ज्ञान सुमन बाँटते चलते हैं ।
अपनी चाह को राह दिखायें ,
ये पल फिर से न यूँ ढलने पाए,
घर आँगन में दीए जलाएँ ,
दीपावली दिल से मनायें ।।
साथ गर यूँ दोगे तुम ,
भरोसा यूँ न तोडो.गे।
अनगिनत आशाओं के डेरे में,
दिल को दिल से जोड़ोगे ,
दीये से मशाल जलाएँगे ।
रौनक घर की , खुद बन जाएँगे,
प्रेम का दीपक जलाकर हम,
हर रात दीवाली मनाएँगे,
Comments
Post a Comment