MY DREAMS
यह जीवन तो,एक राती हैै किंतु मेरे सपनो की बाती है सपने हैं शिखऱो से ऊँचे, किंतु हैं उस गगन से नीचे , मेरे सपनो के है ,यही उदेश कर सकू स्वयं को अच्छे, कामो मे निवेश, हे ईश्वर मुझको शक्ति देना, प्यारे देश के हेतु, भक्ति देना, भले न कर सकू कुछ ऐसा अनोखा पर मार्ग से न तू डिगने देना आज यही करती हूँ मैं प्रण, नहीं रोटी गरीबो की दूँगी मैं छिन, आज भले कुछ खो, जाऊँगी, किंतु मृत्यु से पहले कुछ कर जाऊँगी. मेरी यही कामना है दिल में, है ईश्वर कर दो भारत नवमय, जिसमे हो गांधी, नेहरू के सपने और नवयुवको का हो जीवन मृदुमय. साथ ही हो मेरे सपनो का भी निर्माण. ,मेरे भारत के गले में पड़े, जयमाल ||