तेरे किस्से


ए दिल तेरी सिसकियों की आवाज सुन रही हूं मैं,
तेरे गहरे घाव धुल रही हूं मैं ।
कलम लेकर खड़ी हूं मैं,
तेरे किस्सों की किताब लिख रही हूं मैं।
              -✍️पूनम,✍️✍️

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