दिल एक आईना
आना चाहूँ, तेरे पास।
आधा है, यह चांद भी आज,
कब आएगा दिल तू बाज।
तुझसे है रिश्ता , मेरा पुराना
लगता है चेहरा, जाना पहचाना।
तूने ही तो छेड़े, दिल के साज ,
कब आएगा दिल तू बाज ।
दिल की है ये बातें एक आदत,
प्यारी सौगातें हैं मेरी इबादत।
क्यूँ होता है मुझे खुद पर नाज?
कब आएगा दिल तू बाज।
हर पल हर पहर,
अश्रु करते हैं कहर।
लगाती हूँ ये अटकल आज,
जब आएगा दिन तेरा खास।
आ जाएगा दिल मेरा बाज ।
दिल तू कर ले तमन्ना पूरी,
कर ले तू भी मन की बात।
दिल से हों दिल के संवाद,
ये पूजा है तेरी पाक।
कहने दो, होने दो बेबाक,
कब आएगा दिल तू बाज।
कैसे मानूं तुम हो सही,
कहनी हैं वो बातें अनकही।
यूं न उलझी रहूँ दुनिया में कहीं,
करने लगे हो तुम सांसों पर राज।
कब आएगा दिल ये बाज।
दुनिया कहती है जो है सही,
मैं कहती हूँ, क्या मैं हूँ वही ?
जो उठता है, तूफान कहीं,
दिखलाना है तुम को आज।
कब आएगा दिल तू बाज।
खिलने दो इस बाग को,
होठों पर सजने दो प्रेम के इस राग को।
सुगंधित होने दो रुह को आज,
बरसने दो बूंदों को फिर आज।
अब तो आ जाओ मेरे सरताज,
तब ही आएगा ये दिल बाज।
🌹 पूनम✍️✍️✍️
Nice
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