तिरंगा

मिट्टी तो अविरल अपवाद है,
तिरंगा ही मेरा संवाद है ,
भाषा मेरी हिंदी है ,
भारत मां के मस्तक पर सजी बिंदी है।।

मिट्टी से मेरा वादा है,
निशाना जिसने भी साधा है,
समां तिरंगे ने हीं बांधा है,
एकता ही मेरा इरादा है।।

भारत मां के आंचल से,
विंध्याचल के बादल से,
सागर की गहराई में,
वतन की खुशबू बाजे, हर शहनाई में।।

             -✍️ पूनम ✍️✍️

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