पिंजरा
सफर लंबा हो तो क्या?
खुद को स्थापित,
करना आना चाहिए।
मुश्किलें ज्यादा हो तो क्या?
बेफिक्र जश्न मनाना चाहिए।
आज का सोचो जो,
कल बन जाएगा।
अंजलि भर सुकून,
की चाह होनी चाहिए।
यारों यह जिंदगी लाजवाब है,
खुद से पिंजरे को,
तोड़ना आना चाहिए।।
-✍️पूनम ✍️✍️
Comments
Post a Comment