जब से तुम्हारे बारे, में हम सोचने लगे , तब से लोग हमें ,निकम्मा कहने लगे। और जब तुमसे, प्यार हुआ बेपनाह , तब से हम थोड़ा, चुप चुप रहने लगे।। -✍️पूनम ✍️ ✍️
मां तू एक किताब है, तेरा मेरा खाता बेहिसाब है । तेरी हर सीख नायाब है , तेरी कीमत क्या लगाऊं मैं ? तू ही मेरी मलकियत तू ही मेरा ख्वाब है।। -✍️Poonam Sethi ✍️✍️ Happy mother's day 💐💐