स्वयं दीपक की तरह जलो, तो बेहिसाब उजाला करोगे। मुश्किलें लाख हो पर, तुम ना किसी से डरोगे। असंभव को संभव करना यूं तो, मुनासिब नहीं लगता। कितने ही वादों से घर आबाद करोगे? खुद को जलाकर रोशन करना आसान नहीं बंदे, जितना दीपक में तेल भरोगे, उतना ही रोशन करोगे। खुशी जो तुम्हें ना मिली , दीपक जलाने से, कैसे तुम दहलीज के पार के, मुस्कुराते चेहरों को पढ़ोगे?? -🪔✍️पूनम✍️✍️🪔 आप सभी को दीपावली,🪔 की हार्दिक शुभकामनाएं।