जिस तरह गमले में लगे पौधे को प्रकाश ,जल ,वायु तथा मिट्टी की आवश्यकता होती है उसी तरह स्त्री को सम्मान ,सहयोग, प्रेम ,तथा आत्मनिर्भरता की आवश्यकता होती है। तो आप क्या स्त्री की जड़ो को मज़बूत करने का कार्य कर रहे है?? -✍️ पूनम✍️✍️
स्वयम से स्वयं के बीच का युद्ध ही अंतर्द्वंद है। तुम्हारी प्रतियोगिता सिर्फ तुम से ही होनी चाहिए। इस युद्ध में विजयी होना तुम्हें ईश्वर का दिया हुआ उत्तरदायित्व है। -✍️पूनम्✍️✍️
बेहद की इच्छा मत कर, थोड़े में ही सब्र कर। क्या लेकर आया तू, खुद पर इतना नहीं फक्र कर। सालों को बदलना ही है, पर तू कितना बदल पाया। यही देखना है तुझे आज, खुद में तू कितना ठहर पाया। -✍️ पूनम ✍️✍️
खुद को काबिल बनाइए, हर उस परस्थिति के लिए, जो आपको निचोड़ तो सके, पर तोड़ न सके। सुना तो सके पर, हिल न सके। बात तो सके पर, गुमराह न कर सके। भटका तो सके पर, अपंग न बना सके। सुलगा तो सके पर, बुझा ना सके। -✍️पूनम ✍️✍️